जया शर्मा. देवलोक न्यूज. शिमला
उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने 11 जुलाई को आयोजित की जाने वाली भूकम्प के संदर्भ में पांचवी मेगा माॅक ड्रिल की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में उन्होंने विभिन्न विभागों, अर्धसैनिक बलों, पुलिस, स्वास्थ्य, होमगार्ड व बीआरओ के अधिकारियों को भूकम्प की स्थिति में राहत प्रबंधन पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और विभिन्न विभागों के अधिकारियों से सीधा संवाद किया, ताकि आपातकालीन स्थिति में बेहतर समन्वय स्थापित किया जा सके।

डीसी शिमला भूकंप की तैयारियों को लेकर चर्चा करते हुए
उन्होंने कहा कि धरातल पर राहत कार्य के दौरान प्रशासन को सेना, सेना के चिकित्सकों, वायुसेना व अर्धसैनिक बलों की आवश्यकता होगी और बेहतर समन्वय होने से आपदा की स्थिति में नुकसान को कम किया जा सकता है।
इस मेगा ड्रिल के दौरान भट्टाकुफर सब्जी मंडी व गोपाल मंदिर मैदान बालूगंज में दो राहत शिविर स्थापित किए जाएंगे, जहां पर आपदा के दौरान भूकम्प से प्रभावित लोगों को चिकित्सा व अन्य सुविधाएं प्रदान की जांएगी। उन्होंने कहा कि माॅक ड्रिल का आयोजन पांच चिन्हित स्थानों जिसमें हिमाचल विद्युत बोर्ड के कार्यालय कुमार हाउस, सीटीओ, एजी कार्यालय, एसजेवीएनएल कार्यालय मल्याणा व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय परिसर में किया जाएगा।
अमित कश्यप ने बताया कि दूरसंचार व्यवस्था बाधित होने पर हैंडसेट, हैमरेडियो व सेटेलाईट फोन का प्रयोग किया जाएगा, ताकि राहत कार्य युद्धस्तर पर आयोजित किये जा सकें।
उन्होंने मीडिया कर्मियों से आग्रह किया कि वे आपदा के दौरान अफवाहें रोकने में प्रशासन का सहयोग करें, ताकि सटीक सूचना आमजन को उपलब्ध हो सके।

डीसी शिमला बैठक की अध्यक्षता करते हुए
उपायुक्त ने सभी स्टेजिज कमांडर से आह्वान किया कि वे आपस में सभी बेहतर समन्वय स्थापित करें, ताकि आपदा के दौरान उपलब्ध रिसोर्स का सही उपयोग किया जा सके।
यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकाॅल नरेश ठाकुर, उपमंडलाधिकारी शिमला नीरज चांदला, उपमंडलाधिकारी रामपुर नरेन्द्र चैहान, उपमंडलाधिकारी रोहड़ू बीआर शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. नीरज मित्तल, सेना, एसएसबी, आईटीबीपी, एमएच जतोग, बीआरओ, पुलिस व होमगार्ड तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।