प्राकृतिक खेती के लिए गठित राज्य कार्यबल की तीसरी बैठक में मुख्य सचिव अनिल खाची ने योजना की गतिविधियों की समीक्षा की
देवलोक न्यूज.शिमला

बैठक के दौरान राज्य परियोजना निदेशक राकेश कंवर ने मुख्य सचिव का अवगत करवाया कि इस साल प्राकृतिक खेती विधि के तहत 50 हजार अतिरिक्त किसानों को जोड़ने के साथ 20 हजार हैक्टेयर भूमि को प्राकृतिक खेती के तहत लाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए योजनाबद्ध तरिके से कार्य किया जा रहा है। इस मौके पर योजना के कार्यकारी निदेशक प्रो राजेश्वर सिंह चंदेल ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से परियोजना की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान सरकार की गाइडलाइन्स का ध्यान में रखते हुए किसानों को इस खेती विधि से जोड़ने का कार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती विधि के तहत खेती कर रहे किसानों की आय में पहले ही साल में वृद्धि देखी गई है। वहीं खेतों में कीट-पतंगों और बीमारियों का आंतक भी रसायनिक खेती के मुकाबले में कम देखा गया है।
राज्य कार्यबल की बैठक में कृषि सचिव ओंकार शर्मा, विशेष सचिव और राज्य परियोजना निदेशक राकेश कंवर, पंचायती राज सचिव संदीप भटनागर, सहित कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक, उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक, नौणी यूनिवर्सिटी और पालमपुर यूनिवर्सिटी के अनुसंधान निदेशक मौजूद रहे।
राज्य कार्यबल की बैठक में कृषि सचिव ओंकार शर्मा, विशेष सचिव और राज्य परियोजना निदेशक राकेश कंवर, पंचायती राज सचिव संदीप भटनागर, सहित कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक, उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक, नौणी यूनिवर्सिटी और पालमपुर यूनिवर्सिटी के अनुसंधान निदेशक मौजूद रहे।