देवलोक न्यूज.शिमला
बंदरों के हमले में घायल बलदेंया पंचायत की बुजुर्ग चंदों देवी को मुआवजा राशि शीघ्र जारी की जाए ताकि प्रभावित परिवार को समय पर राहत मिल सके । यह मांग प्रदेश किसान सभा के अध्यक्ष कुलदीप तंवर ने सोमवार को जारी बयान में की है । कहा कि गत 7 अक्तूबर को बलदेंया पंचायत के गांव सधोड़ी की अनुसूचित जाति से संबध रखने वाली 63 वर्षीय चंदो देवी अपने खेत में कार्य कर रही थी । इस दौरान बंदरों के झुंड ने खेत में दस्तक दी । बुजुर्ग चंदों देवी जैसे ही बंदरों को खदेड़ने लगी बंदरों ने उन पर हमला कर दिया और बुढ़िया को पीठ व सिर से लहुलुहान कर दिया था । तंवर ने बताया कि चंदों देवी का उपचार आईजीएमसी में चल रहा है । खेद का विषय है कि वन विभाग द्वारा अभी तक चंदों देवी को मुआवजा के तौर पर फूटी कौड़ी भी नहीं दी है ।तंवर का कहना है कि जंगली जानवरों द्वारा आए दिन किसी न किसी गांव में मनुष्य अथवा पालतु पशुओं पर हमले की घटनाएं हो रही है परंतु वन्य प्राणी विभाग इस बारे गंभीर नहीं है जबकि जंगली जानवर वनो से निकलकर आबादी क्षेत्र में प्रवेश कर रहे है और जान माल का नुकसान कर रहे हैं । कहा कि सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में जंगली जानवर द्वारा किए गए हमले में मामूली चोटें आने पर 15 हजार, गंभीर रूप से घायल होने पर 75 हजार, अपंग होने पर दो लाख और मृत्यु होने पर 4 लाख देने का प्रावधान किया गया है । परंतु इस अधिसूचना बारे वन्य प्राणी और स्वास्थ्य विभाग में मुआवजा को लेकर काफी कंफूजन है जिस कारण ऐसे मामले काफी दिनों तक लटके रहते हैं ।उन्होने कहा कि इस गंभीर समस्या को लेकर किसान सभा द्वारा शीघ्र ही वन और स्वास्थ्य मंत्री से भेंट करके ज्ञापन दिया जाएगा ताकि ऐसे मामलों में प्रभावित व्यक्ति को समय पर राहत मिल सके । इनका कहना है कि सरकार को इस बारे स्पष्ट आदेश जारी करने चाहिए जिसका एक प्रोर्फोमा फोरेस्ट गार्ड और एक प्रोर्फोमा सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध करवाया जाए ताकि मौके पर जंगली जानवर के हमले में घायल व्यक्ति को समय पर उपचार और राहत राशि उपलब्ध हो सके । डीएफओ शिमला सुशील राणा ने कहा कि मेडिकल रिर्पोट आने पर मुआवजा राशि जारी की जाएगी ।